यह सैन परिवार खेती करके अपना गुजारा कर रहा है। परिवार के लोगों ने गरीब किसान का दर्द समझा। करीब 17 साल से उनके पास गिरवी रखी आठ बीघा जमीन किसान को लौटा दी। इस परिवार ने इस जमीन पर लिया कर्ज और ब्याज माफ कर दिया।
यह मिसाल राजस्थान के नागौर जिले की भादवा के दुर्गालाल सैन के छह बेटों ने पेश की। उनके इस निर्णय की पूरे इलाके में सराहना हो रही है। मीडिया ने भी उनके इस कदम को सराहना की है। जानकारी के अनुसार, भादवा गांव के किसान दुर्गालाल सैन से इसी गांव के गणपतराम चौकीदार ने वर्ष 2004 में 50 हजार रुपए का कर्ज लिया था। बदले में गणपतराम ने अपनी आठ बीघा जमीन गिरवी रख दी। अर्थिक परेशानियों के चलते वह कर्ज नहीं चुका पाया। इस बीच दुर्गालाल सैन का भी निधन हो गया।
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किसान गणपतराम की जमीन वापस लौटाने को लेकर दोनों पक्षों में काफी बातचीत हुई। आखिर दुर्गालाल के छह बेटों बाबूलाल, ओमप्रकाश, राजूलाल, कैलाशचंद, हनुमान प्रसाद व सुरेश सैन ने उसका कर्ज माफ करने और जमीन लौटाने का फैसला लिया। इनका कहना है कि यह फैसला उन्होंने किसान की आर्थिक स्थिति को देखकर लिया है। वे स्वयं भी किसान हैं और इस नाते दूसरे किसान की स्थिति को ज्यादा बेहतर तरीके से समझ सकते है। उन्होंने इसको लेकर पहले अपने परिवार में भी बात की और सबने मिलकर यह फैसला लिया।
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24 लाख बताई जा रही है जमीन की कीमत
मीडिया रिपार्ट्स के अनुसार, कर्ज मुक्त की गई जमीन की वर्तमान कीमत करीब 24 लाख रुपए है। 17 साल पहले गणपतराम ने यह जमीन 50 हजार रुपए के कर्ज के बदले गिरवी रखी थी।
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पूरे गांव में हो रही है सराहना
यह जमीन उपजाऊ है। दुर्गालाल के पुत्रों ने इस जमीन की गणपत के परिवार के साथ बुवाई करवाई और परिवार काे सौंपी। इस दौरान दुर्गालाल के परिवार का स्वागत किया गया। किसान परिवार ने 5100 रुपए की माला पहनाई। जिसके बाद यह राशि मंदिर में भेंट कर दी गई। (फोटो साभार: सोशल मीडिया )
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