सैन जयंती 19 अप्रैल 2020, रविवार को है। कोरोना वायरस के असर को देखते हुए इस सामूहिक पूजन जैसे कार्यक्रम आयोजित नहीं हो सकेंगे।
पूरी दुनिया में कोरोना का कोहराम है। एक व्यक्ति की लापरवाही कितनी लोगों पर कितनी भारी पड़ रही है, इसके रोजाना उदाहरण सामने आ रहे है। जन सुरक्षा के मद्देनजर देश में लॉक डाउन और कई जगह कर्फ्यू है। घर में रहो-सुरक्षित रहो, ही बचाव का तरीका फिलहाल नजर आ रहा है।
कोरोना की वजह सभी धार्मिक-सामाजिक आयोजन रद्द है। सोशल डिस्टेंसी का पालन किया जा रहा है। सैन जयंती का पर्व भी इससे अछूता नहीं है। इस साल कोरोना के प्रसार को देखते हुये सैन जयंती पर देश में कहीं भी सामूहिक पूजा, शोभायात्रा, प्रसादी का आयोजन नहीं होगा। सरकार के निर्देशों का पालन करते हुये सैन समाज के विभिन्न संगठनों ने सैन जयंती पर कोई भी ऐसा आयोजन नहीं करने का निर्णय लिया है, जिसमें लोगों का जमावड़ा हो।
संत शिरोमणि सैन जी महाराज की जयंती पर आमतौर पर देशभर में कई कार्यक्रम आयोजित होते है। इस अवसर पर सैन समाज के विभिन्न संगठनों की ओर से शोभायात्रा, कलश यात्रा, सामूहिक भोजन, प्रतिभा सम्मान समारोह, भक्ति संध्या जैसे कार्यक्रम आयोजित होते है।
2020 में सैन जयंती 19 अप्रैल, रविवार के दिन है। भक्तमाल के प्रसिद्ध टीकाकार प्रियदास के अनुसार सैन महाराज का जन्म विक्रम संवत 1557 में वैशाख कृष्ण द्वादशी को बांधवगढ़ में हुआ था।