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सैन समाज की प्रतिभा: शानदार नंबर लाकर किया नाम रोशन

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विभिन्न परीक्षाओं का रिजल्ट जारी हो गया है। सैन समाज की कई प्रतिभाओं ने अपना दमखम दिखाया है। सैन इंडिया टीम की ओर सभी को बधाई। इन प्रतिभाओं की जानकारी इस पोस्ट में लगातार अपडेट की जाएगी।

70 फीसदी से अधिक अंक प्राप्त करने वाले विद्यार्थियों की जानकारी आप हमे वाट्सअप पर निम्न फार्मेट में भेज सकते है—विद्यार्थी का नामपिता का नामस्कूल का नामशहर का नाम राज्य का नामप्राप्त अंककृपया विद्यार्थी का फोटो और मार्केशीट की फोटो जरूर भेजें।

हमारा वाट्सएप नंबर 8003060800 है।
नाम
कक्षा
पिता का नाम
माता का नाम
स्कूल का नाम
शहर और राज्य का नाम
प्राप्तांक

शंशाक सेन

सीनियर सैकेंडरी
नाम : शंशाक सेन
पिता का नाम : कमलेश कुमार सेन
माता का नाम: सीमा बाई
स्कूल : प्रिया बाल विद्या मंदिर सी.सै. स्कूल, अंता, बारां, राजस्थान
प्राप्तांक : 92.2%

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मेघा सैन
पिता का नाम : इंद्रजीत आजाद
माता का नाम: ज्योति सैन
स्कूल: श्री दिव्या पब्लिक सै. स्कूल, लक्ष्मीनारायण पुरी, जयपुर
प्राप्तांक: 88.40%

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जगनूर सिंह

सीनियर सैंकडरी
नाम: जगनूर सिंह
पिता का नाम : संजय ​कुमार
माता का नाम : सुखविंदर कौर
स्कूल: दून वैली पब्लिक स्कूल, सोलन
​हिमाचल प्रदेश
प्राप्तांक:86.8%

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भावेश सेन

सीनियर सैकेंडरी साइंस
नाम : भावेश सेन
पिता का नाम : गिर्राज वर्मा

माता का नाम : अनुराधा सैन
सांगोद, कोटा, राजस्थान
प्राप्तांक : 86.60%

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विशाल चौहान

सीनियर सैकेंडरी साइंस
नाम : विशाल चौहान
पिता का नाम : हनुमान चौहान
माता का नाम : संजरी
स्कूल का नाम : सेंट सोल्जर सीनियर सैकेंडरी स्कूल
टोंक, राजस्थान
प्राप्तांक : 86.20%

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गौरव सैन

सीनियर सैकेंडरी साइंस
नाम – गौरव सैन
पिता का नाम – लाज्जाराम सैन
माँ का नाम – सुनीता देवी
विद्यालय – इंदिरा गांधी सीनियर सैकेंडरी स्कूल, सूरोठ, करौली
करौली, राजस्थान
प्राप्तांक : 86.20%

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लोकेश कुमार सैन

सीनियर सैकेंडरी (साइंस एग्रीकल्चर)
नाम:- लोकेश कुमार सैन
पिता का नाम:- कैलाश प्रसाद सैन
माता का नाम:- बबीता देवी
स्कूल:- गार्गी इन्स्टीट्यूट एजुकेशन सीनियर सेकेंडरी स्कूल, दौसा
राजस्थान
प्राप्तांक:- 85.60%

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आरती सेन

सीनियर सैकेंडरी
नाम : आरती सेन
पिता का नाम : मांगीलाल सैन
माता का नाम : गायत्री बाई
निवासी : गांव भदाना पोस्ट भदाना तहसील रामपुरा जिला नीमच मध्य प्रदेश
प्राप्तांक : 85%

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अभिषेक रेनिवाल

सीनियर सैकेंडरी कॉमर्स
नाम: अभिषेक रेनिवाल
पिता का नाम: धर्मेंद्र रेनिवाल
माता का नाम : उमा रेनिवाल
स्कूल: बीसीएम हायर सैकेंडरी स्कूल
देवास, मध्यप्रदेश
प्राप्तांक : 83.6

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कशिश सेन

सीनियर सैकेंडरी साइंस
नाम : कशिश सेन
पिता का नाम : प्रकाश चंद्र सेन
माता का नाम : रेखा सैन
स्कूल का नाम : नवभारत सीनियर सैकेंडरी स्कूल
उदयपुर राजस्थान
प्राप्तांक : 82.60%,

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राहुल कुमार

सीनियर सैकेंडरी साइंस
नाम : राहुल कुमार
पिता का नाम : चतुभुर्ज
माता का नाम : सायर
स्कूल का नाम: राजकीय सीनियर सैकेंडरी स्कूल, लोहावट
जोधपुर, राजस्थान
प्राप्तांक : 80.60%

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आशीष कुमार

सीनियर सैकेंडरी
नाम : आशीष कुमार सेन
पिता का नाम: रामचंद्र सेन
माता का नाम : रेखा सेन
स्कूल: अरिहंत सीनियर सैकेंडरी स्कूल, कोटा
राजस्थान
प्राप्तांक 80.60%

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सीनियर सैंकडरी साइंस
नाम : रविना सेन
पिता का नाम : उदयलाल सेन
माता का नाम : कौशल्या बाई
स्कूल : आदित्य बिड़ला हायर सैकेंडरी स्कूल, मध्यप्रदेश
प्राप्तांक : 80.6%

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सीनियर सैकेंडरी साइंस मैथ्य
नाम : शिवम कुमार सैन
पिता का नाम : सुभाष चंद सैन
माता का नाम : राजकुमारी सैन
स्कूल का नाम : शिवा एसीए सीनियर सैकेंडरी स्कूल, विवेक विहार, स्टेडियम के पास
करौली, राजस्थान
प्राप्तांक : 82.40%,

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सौरभ सैन

सीनियर सैकेंडरी साइंस
नाम: सौरभ सैन
पिता का नाम: विष्णु कुमार
माता का नाम: शिमला देवी
स्कूल का नाम :प्रेम निकेतन सीनियर सैकेंडरी स्कूल, दुर्गापुरा
जयपुर, राजस्थान
प्राप्तांक : 80.40%

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सीनियर सैकेंडरी साइंस
नाम: कामाक्षी सेन
पिता :ओमप्रकाश सेन मारोठिया
माता : सीमा सेन
स्कुल : सरस्वती शिशु मंदिर
शहर बड़वाहा मध्यप्रदेश
प्राप्तांक 79%

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तुषार सैन

सीनियर सैकेंडरी साइंस
नाम : तुषार सैन
पिता का नाम : कानाराम सैन
माता का नाम : संतोष सैन
स्कूल का नाम: रेजीडेंशियल सीनियर सैकेंडरी स्कूल, निवारू रोड़ रोड़
जोधपुर, राजस्थान
प्राप्तांक : 77%

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मितेश परमार

सीनियर सैकेंडरी साइंस

नाम : मितेश परमार
पिता का नाम : जय प्रकाश परमार
माता का नाम : सीमा परमार
स्कूल: अंकुर हाई स्कूल, मंदसौर
मध्यप्रदेश
प्राप्तांक : 76%

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सीनियर सैकेंडरी
नाम : राखी
पिता का नाम : सुनील कुमार
माता का नाम : सरोज
स्कूल का नाम : गर्वनमेंट सर्वोदय को एड. विद्यालय, जफरपुर कलां
नई दिल्ली
प्राप्तांक : 433/500

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सीनियर सैकेंडरी
नाम : आकांक्षा कुमारी
पिता का नाम : विजय कुमार
माता का नाम : पवन कुमारी
स्कूल का नाम : विक्टर पब्लिक स्कूल
दिल्ली
प्राप्तांक : 74.4%

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कुणाल सेन

सीनियर सैकेंडरी
नाम: कुणाल सेन
पिता का नाम: राजेंद्र सेन
माता का नाम : मधु
स्कूल : त्रिलोकचंद हायर सैकेंडरी स्कूल, इंदौर
मध्यप्रदेश
प्राप्तांक: 74%

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सीनियर सैकेंडरी साइंस
नाम: आयुष सेन
पिता का नाम: घनश्याम सेन
माता का नाम: गीता सेन
जोलाना, इंदौर, मध्यप्रदेश
प्राप्तांक : 71.4%

परमेंद्र

सीनियर सैकेंडरी साइंस—मैथ्स
नाम : परमेंद्र
पिता का नाम : संत कुमार
माता का नाम : किरन देवी
स्कूल का नाम : राजस्थान पब्लिक सीनियर सैकेंडरी स्कूल, किठाना झुंझुनूं
जिला झुंझुनू, राजस्थान
प्राप्तांक : 71.40%,

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रीना सैन

सीनियर सैकेंडरी साइंस मैथ्य
नाम : रीना सैन
पिता का नाम : नोरतमल सैन
माता का नाम : कांता देवी सैन
स्कूल का नाम : रॉयल एसीए सीनियर सैकेंडरी स्कूल, प्रताप मार्ग, महेश नगर।
जयपुर, राजस्थान
प्राप्तांक : 71.20%

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चित्रांश सैन

सीनियर सैकेंडरी कामर्स
नाम : चित्रांश सैन
कक्षा : सीनियर सैकेंडरी कामर्स
पिता का नाम : रमेश चंद्र सैन
माता का नाम : रेखा सैन
स्कूल का नाम : माहेश्वरी सीनियर सैकेंडरी स्कूल, तिलक नगर
जिला जयपुर, राजस्थान
प्राप्तांक : 69%

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कौशल सैन

कौशल सैन

हायर सैकेंडरी
नाम : कौशल सैन
कक्षा : हायर सैकेंडरी
पिता का नाम : दिनेश चंद्र
माता का नाम : रुकमणी
स्कूल का नाम : हाई सेकेंडरी स्कूल खातेगांव जिला देवास मध्य प्रदेश
जिला देवास मध्य प्रदेश
प्राप्तांक : 64.2%

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अक्षदा जांगरे

सैकेंडरी
नाम :  अक्षदा जांगरे
पिता का नाम: राकेश जांगरे
माता का नाम: जया जांगरे
स्कूल: महर्षि विद्या मंदिर, हारदा
मध्यप्रदेश
प्राप्तांक : 91%

लवनीश धारीवाल

सैकेंडरी
नाम : लवनीश धारीवाल
पिता का नाम : राकेश धारीवाल
माता का नाम : प्रमिला
स्कूल :
नीमच, मध्यप्रदेश
प्राप्तांक : 89.80% 

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जयरीत कौर

सैकेंडरी
नाम: जयरीत कौर
पिता का नाम: संजय कुमार
माता का नाम: सुखविंदर कौर
स्कूल: दून वैली पब्लिक स्कूल, सोलन
हिमाचल प्रदेश
प्राप्तांक: 86.6%

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इशिका सेन

10 th बोर्ड

नाम :इशिका सेन
पिता का नाम : विनोद सेन
माता का नाम : पिंकी सेन
स्कूल का नाम : सन हाइट पब्लिक स्कूल, नीमच
शहर और राज्य का नाम : नीमच, मध्य प्रदेश
प्राप्तांक : 85.60%

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वरूण कुमार

सैकेंडरी
नाम: वरूण कुमार

पिता का नाम: अशोक कुमार

माता का नाम: विमला देवी
स्कूल: गिरिडीह हाई सकूल गिरिडीह,
झारखंड
प्राप्तांक : 84.60

दिव्या

सैकेंडरी
नाम : दिव्या
पिता का नाम: विनोद सिंह
माता का नाम : शारदा देवी
फरीदाबाद, हरियाणा
प्राप्तांक :81%

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सूरज सविता

सैकेंडरी
नाम : सूरज सविता
पिता का नाम: रामवीर सविता
माता का नाम : रेखा सविता
स्कूल : रिषी गालव हायर सैकेंडरी स्कूल
मध्यप्रदेश
प्राप्तांक : 80%

 

सुयश वर्मा

सैकेंडरी
नाम: सुयश वर्मा
पिता का नाम: योगेश वर्मा
माता का नाम: मंजू वर्मा
स्कूल: सन शाइन हायर सैकेंडरी स्कूल
देवास, मध्यप्रदेश
प्राप्तांक : 78.4%

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मयंक सेन

सैकेंडरी
नाम : मयंक सेन
पिता का नाम : मुकेश सेन
माता का नाम : गायत्री सेन
स्कूल : सन हाइट्स पब्लिक स्कूल, नीचम
मध्यप्रदेश
प्राप्तांक 74.6%

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वैभव शर्मा

कक्षा : 10 th बोर्ड (गुजरात)
नाम : वैभव शर्मा
पिता का नाम : राकेश कुमार
माता का नाम : उर्मिला हिंडोनिया
स्कूल का नाम : पाटनी हायर सेकेंडरी स्कूल बालासिनोर
शहर और राज्य का नाम : बालासिनोर, गुजरात
प्राप्तांक : 71%

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राखी श्रीवास

सैकेंडरी
नाम: राखी श्रीवास
पिता का नाम: हर नारायण श्रीवास
माता का नाम: कमलती श्रीवास
स्कूल का नाम: शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय, मसन
जिला हरदा, मध्य प्रदेश
प्राप्तांक: 65.6%

***************

कक्षा 8
मनदीप सेन
पिता का नाम: पवनकुमार सेन
माता का नाम: सुमनदेवी
स्कूल : इंडिया स्कूल, हिसार, हरियाणा
प्राप्तांक : 95%

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अभिनव हिंडोनिया

कक्षा : 5 th बोर्ड

नाम :अभिनव हिंडोनिया
पिता का नाम : खुशवंत कुमार हिंडोनिया
माता का नाम : रचना सेन
स्कूल का नाम : नोबेल इंटर नेशनल स्कूल
शहर और राज्य का नाम : चित्तौड़गढ़, राजस्थान
प्राप्तांक : 85%, 935/1100

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कर्पूरी ठाकुर को मिलेगा भारत रत्न मिलेगा

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कर्पूरी ठाकुर को बिहार के सामाजिक न्याय का मसीहा माना जाता है। उन्होंने कई ऐसे फैसले लिए जो न केवल बिहार में बल्कि देश में मिसाल बने।

नई दिल्ली। बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री कर्पूरी ठाकुर को भारत रत्न (मरणोपरांत) से सम्मानित किया जाएगा। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने उनकी 100वीं जयंती से एक दिन पहले 23 जनवरी को यह घोषणा की। कर्पूरी ठाकुर दो बार बिहार के मुख्यमंत्री और एक बार डिप्टी सीएम रहे। वे पिछड़े वर्गों के हितों की वकालत करने के लिए जाने जाते थे। कर्पूरी ठाकुर सैन नाई समाज के गौरव है।

कर्पूरी ठाकुर दो बार बिहार के मुख्यमंत्री रहे। वे 22 दिसंबर 1970 से 2 जून 1971 और 24 जून 1977 से 21 अप्रैल 1979 तक मुख्यमंत्री रहे। जबकि 5 मार्च 1967 से 31 जनवरी 1968 तक डिप्टी सीएम रहे।

कर्पूरी ठाकुर को बिहार के सामाजिक न्याय का मसीहा माना जाता है। उन्होंने कई ऐसे फैसले लिए जो न केवल बिहार में बल्कि देश में मिसाल बने। देश में सबसे पहले उन्होंने पिछड़ा वर्ग को आरक्षण दिया। पढ़ाई में अंग्रेजी की अनिवार्यता को समाप्त किया। इसके साथ ही उन्होंने मैट्रिक तक की पढ़ाई को भी मुफ्त कर दिया।

उन्होंने बिहार में उर्दू को दूसरी राजकीय भाषा का दर्जा भी दिया। पिछड़े ही नहीं, अगड़ों को भी 3 प्रतिशत आरक्षण का प्रावधान किया। स्वतंत्रता का संघर्ष हो या जेपी का आंदोलन, कर्पूरी ठाकुर की अग्रणी भूमिका रही।

24 जनवरी को हुआ था कर्पूरी ठाकुर का जन्म

कर्पूरी ठाकुर का जन्म 24 जनवरी 1924 को समस्तीपुर के पितौंझिया गांव में हुआ। उनका निधन 17 फरवरी 1988 को हुआ। वे बिहार के पहले गैर कांग्रेसी मुख्यमंत्री थे। उन्होंने पहली बार 1952 में विधानसभा चुनाव जीता था। समस्तीपुर के पितौंझिया (अब कर्पूरी ग्राम) में 1904 में सिर्फ एक व्यक्ति मैट्रिक पास था। 1934 में 2 और 1940 में 5 लोग मैट्रिक पास हुए थे। इनमें एक कर्पूरी ठाकुर थे। वे ऑस्ट्रिया जाने वाले डेलीगेशन में चुने गए। उनके पास कोट नहीं था। एक दोस्त से मांगा। कोट फटा था। कर्पूरी जी वही कोट पहनकर चले गए। वहां युगोस्लाविया के मार्शल टीटो ने देखा कि उनका कोट फटा है। उन्हें नया कोट गिफ्ट किया।​​​​​​

देश के गरीब को पेंशन मिलती तो बड़ी बात होती

इंदिरा गांधी ने सांसदों-विधायकों को प्रलोभन देते हुए मासिक पेंशन का कानून बनाया था। तब कर्पूरी ठाकुर ने कहा था- मासिक पेंशन देने का कानून ऐसे देश में पारित हुआ है, जहां 60 में 50 करोड़ (तब की आबादी) लोगों की औसत आमदनी साढ़े तीन आने से दो रुपए है। यदि देश के गरीब लोगों के लिए 50 रुपए मासिक पेंशन की व्यवस्था हो जाती, तो बड़ी बात होती।

 

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टिकटों के लिए सभी जातियां बना रहीं है दबाव, सैन समाज को भी प्रयास करने चाहिए

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राजस्थान में सैन यानि नाई समाज अति पिछड़ा वर्ग में शामिल है। इस समाज की बहुलता वाला कोई क्षेत्र विशेष नहीं है। इसलिए राजनीतिक दलों के स्तर पर हमेशा से उपेक्षा होती रही है। किशनाराम नाई, विमल भाटी, राजेंद्र ​सैन, महेंद्र गहलोत,प्रभु सैन ऐसे जुझारू नेता है जो टिकट के लिए दावेदार है। सूरतगढ़ में प्रभु सैन ने अपना बायोडेटा दिया है। वे क्षेत्र में काफी स​क्रिय है और उनकी पकड़ अन्य समाजों में भी है। वहीं, डूंगरगढ़ में किशनाराम नाई की भाजपा में वापसी भी समाज के लिए शुभ संकेत है। जयपुर में राजेंद्र सैन कांग्रेस के सक्रिय कार्यकर्ता है। उनके लिए भी प्रयास किए जाने चाहिए।

जातियां गेमचेंजर की भूमिका निभाती है

राजस्थान में 200 विधानसभा क्षेत्रों में से  90 सीट ऐसी मानी जाती हैं जहां जातियां गेमचेंजर की भूमिका निभाती है। सत्ता तक पहुंचने की चाबी भी इनके हाथ रहती है। यहीं वजह है चुनाव से पहले मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने सभी प्रमुख जातियों के नाम से बोर्ड का गठन कर इन्हे साधने की कोशिश की। वहीं, ये जातियां भी संख्याबल के आधार पर राजनीतिक दलों से टिकटों की मांग कर रही हैं।

महाकुंभ, महासम्मेलन, महारैली, महासंगम, हुंकार रैली, मैराथन दौड़ जैसे आयोजनों के जरिए शक्ति प्रदर्शन कर राजनीतिक दलों पर ​ज्यादा से ज्यादा टिकट के लिए दबाव बनाए हुए है। इन आयोजनों में भी सामाजिक और जातीय एकता पर जोर देते हुए एक ही संदेश दिया जा रहा है कि पार्टी-वार्टी कुछ नहीं बस, जाति के लोगों को ज्यादा से ज्यादा टिकट मिले। मांग पूरी नहीं करने वाले राजनीतिक दलों को चुनाव में सबक सिखाने जैसी चेतावनी दी जा रही है।
इन आयोजनों और चेतावनी ने सत्तारूढ़ कांग्रेस और भाजपा दोनों दलों की टेंशन को बढ़ा रखा है। जिस हिसाब ये जातियां टिकट मांग रही हैं, उस संख्या में टिकट देने से कई समीकरण बिगड़ सकते है। दरअसल, कुछ बड़ी और प्रभावशाली जातियां ऐसी हैं जहां परस्पर प्रतिस्पर्धा के कारण राजनीतिक पार्टियों के लिए टिकट की संख्या बहुत मायने रखेगी। जाति आधारित जनगणना नहीं होने से किसी जाति या समाज के लोगों की वास्तविक संख्या और उनके प्रभाव क्षेत्रों का कोई सटीक और आधिकारिक आंकड़ा उपलब्ध नहीं है। पिछले चुनाव परिणामों के आधार पर विश्लेषण कर प्रभाव का आकलन किया जाता है। इन तमाम स्थितियों को देखते हुए राजनीतिक दल जातिगत आधार पर टिकट देने से बच रहे है और टिकट घोषणा किस तरह की जाए, इस पर भी मंथन कर रहे है ताकि किसी जाति को यह नहीं लगे कि उसकी उपेक्षा हुई है।

यह है जातिगत समीकरण

राजस्थान में 89 फीसदी आबादी हिंदू, 9 फीसदी मुसलमान और शेष दो फीसदी अन्य धर्मों के लोग है। एससी 18 और एसटी 13 फीसदी है। जाटों की आबादी 12 फीसदी, गुर्जर-राजपूतों की आबादी 9-9 फीसदी, जबकि ब्राह्मण-मीना की आबादी 7-7 फीसदी है। मारवाड़ और शेखावटी में करीब 50 सीटों पर जाट और राजपूत हार—जीत में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते है। मेवात में 20 सीटों पर गुर्जर, मीणा, जाट और मेव का प्रभाव है। हाड़ौती में 10 सीटों पर ब्राह्मण, जैन और वैश्य समाज तथा मेवाड़ में पाटीदार, पटेल, डांगी, देवासी और आदिवासी एक दर्जन सीटों पर समीकरणों को प्रभावित करते हैं। इन समीकरणों को देखकर भाजपा परिवर्तन यात्रा और नेताओं के दौरे तय कर रही है। परिवर्तन यात्रा का रूट और उनके प्रभारी पदाधिकारी इस पर तय किए हैं कि वे अपने प्रभाव से परम्परागत वोट बैंक को बचाते हुए कांग्रेस के गढ़ में सेंधमारी कर सके। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृहमंत्री अ​मित शाह, राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा और अन्य केंद्रीय मंत्रियों के दौरे एवं कार्यक्रम भी इन्हे देखकर तय किए जा रहे हैं। वहीं, मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने विभिन्न जातियों के बोर्डों का गठन कर जातीय समीकरणों को साधने की कोशिश की है। जाट जाति के लिए तेजाजी बोर्ड, राजपूत जाति के लिए महाराणा प्रताप और यादव के लिए कृष्ण बोर्ड बनाने की घोषणा हो चुकी है. गुर्जर के लिए देवनारायण बोर्ड, माली के लिए ज्योतिबा फुले , धोबी के लिए रजक, नाई के लिए केश कला, कुम्हार के लिए माटी कला, लोध के लिए अवंति बाई और बंजारा जाति के लिए घुमन्तु अर्ध घुमंतू बोर्ड का गठन किया जा चुका है।

कौन कितने वोट मांग रहा है

सैन समाज

सैन समाज की ओर से भी विभिन्न स्तर पर टिकट की मांग की जा रही है। राजस्थान में श्रीडूंगरगढ़, सूरतगढ़ में सैन समाज के लोगों टिकट प्राप्त करने के लिए सक्रिय है। समाज को कम से कम पांच—पांच टिकट भाजपा और कांग्रेस को ​देने चाहिए।

 राजपूत समाज

क्षत्रिय करणी सेना ने विधानसभा चुनाव में 75—75 सीटों पर राजपूत उम्मीदवारों को टिकट देने की मांग की है। इतने टिकट नहीं देने पर निर्दलीय प्रत्याशी मैदान में उतारने की चेतावनी दी है। 8 अक्टूबर को जयपुर में महापड़ाव आयोजित कर शक्ति प्रदर्शन किया जाएगा। राजपूत समाज के अन्य संगठनों द्वारा सोशल मीडिया और अन्य माध्यमों से भी दबाव बनाया जा रहा है। समाज से जुड़े अन्य संगठनों की ओर से पहले भी हुंकार रैली तथा अन्य आयोजनों के माध्यम से टिकट की मांग की जा चुकी है।

 जाट समाज

राजस्थान में जाट समाज आबादी के हिसाब से टिकट की मांग करने के ​साथ ही अगला मुख्यमंत्री जाट समाज से बनाए जाने की रणनीति को लेकर दोनों दलों पर दबाव बनाए हुए हैं। अंतरराष्ट्रीय जाट समाज के एक प्रतिनिधिमंडल ने इस मांग को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से भी अप्रेल में मुलाकात की थी। इसके साथ ही, राजनीतिक दलों पर ज्यादा से ज्यादा टिकट की मांग की जा रही है।

ब्राह्मण समाज

ब्राह्मण समाज से जुड़े विभिन्न संगठनों की ओर से पिछले छह महीने में कई बड़े आयोजन जयपुर तथा अन्य शहरों में किए गए। जिनमें प्रत्येक दल से 35 से 40 सीटें ब्राह्मणों को देने की मांग की गई है।

वैश्य समाज

अग्रवाल, वैश्य समाज की ओर से भी महारैली, महासंगम जैसे आयोजन जयपुर में किए गए है और आने वाले समय भी होने है। इनका एक ही मकसद है कि इस वर्ग की टिकट वितरण में कोई राजनीतिक दल उपेक्षा नही करें। वैश्य समाज की ओर से भी जयपुर में आयोजित महाकुंभ में अग्रवाल समाज ने विधानसभा चुनाव में 20—20 टिकट मांगे। साथ ही, राजस्थान में व्यापारी आयोग की स्थापना की मांग की। भाजपा ने सत्ता में आने पर आयोग की मांग पूरी करने का आश्वासन दिया।

 देवासी समाज

देवासी समाज की ओर से जोधपुर में 29 अगस्त को एक बड़ा सम्मेलन कर अपना शक्ति प्रदर्शन किया। महाकुंभ में सरकार के सामने रखीं 5 मांगें रखी और स्पष्ट तौर पर कहा कि जो राजनीतिक दल इन मांगों को नजरंदाज करेगा, उसे चुनाव में नुकसान उठाना पड़ सकता है। आरक्षण को लेकर मौजूद विसंगतियों को दूर कर देवासी समाज को आरक्षण का लाभ देने, जनसंख्या के अनुपात में देवासी समाज की राजनितिक भागीदारी बढ़ाने, जिला और ब्लॉक स्तर पर देवासी समाज की शिक्षण संस्थाओं का निर्माण कराने, भूमिहीन देवासी समाज के लोगों को जमीन का पट्टा देने और घुमंतु परिवार के बच्चों के लिए प्रदेश भर में आवासीय विद्यालय खोलने की मांग की गई। इस महाकुंभ में पूर्व पशुपालन मंत्री ओटाराम देवासी, पूर्व मंत्री रतनलाल देवासी के साथ-साथ भाजपा के ओबीसी मोर्चा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष सागर रायका, भाजपा प्रदेश महामंत्री सांवला राम देवासी सहित देवासी समाज के कई नामचीन लोग मौजूद थे।

डांगी, पटेल, पाटीदार समाज

पिछले दिनों डांगी, पटेल, पाटीदार समाज का यह सामाजिक चिंतन शिविर उदयपुर के नगर निगम सुखाड़िया रंगमंच पर आयोजित किया गया। इसमें मेवाड़ और वागड़ के साथ गुजरात के डांगी पटेल पाटीदार समाज के लोगों ने हिस्सा लिया। कार्यक्रम समाज के नेताओं ने कहा कि इन दिनों राजीतिक दलों द्वारा समाज के लोगों को राजनीति से दूर कर दिया गया है.ऐसे में समाज एकजुट होकर इस बार उसी को वोट देगा जो समाज के उम्मीदवार को टिकिट देगा। चिंतन शिविर के दौरान समाज के लोगों को उचित दर्जा दिलाने के लिए भी रणनीति तैयार की गई.इसमें शिक्षा बेरोजगारी और महिला उत्थान के लिए समाज एकजुट हो होकर आगे बढ़ाने पर विचार-विमर्श किया गया। समाज के प्रबुद्ध जनों ने कहा कि जून में एक विशाल महासम्मेलन का आयोजन किया गया।

माली समाज

माली ,सैनी ,कुशवाहा ,मौर्य समाज ने 12 प्रतिशत आरक्षण की मांग को लेकर चक्का जाम करते हुए नेशनल हाइवे पर टेंट लगाया था। इसका मकसद एकजुटता दिखना था। माली समाज ने भी कांग्रेस और भाजपा से टिकटों की मांग की है। यह समाज भी 20—20 टिकट की मांग राजनीतिक पार्टियों से कर रहा है।

धाकड़ समाज

कोटा में खड़े गणेश जी स्थित धरणीधर गार्डन पर आयोजित बैठक में धाकड समाज की सामाजिक और राजनीतिक स्थिति पर चर्चा की गई। धाकड़ समाज का दावा है कि राजस्थान में 17 विधानसभा क्षेत्रों में धाकड़ समाज और उसके विभिन्न घटकों का बाहुल्य है.ऐसे में विभिन्न राजनीतिक दलों से कम से कम पांच सीटों पर धाकड़ समाज और उसके घटकों को टिकट दिए जाने की मांग की गई।

कुमावत समाज

राजस्थान कुमावत समाज की ओर से जयपुर महापंचायत का आयोजन किया गया। इस महापंचायत के मंच से समाज के नेताओं ने आगामी विधानसभा चुनाव को लेकर भी अपनी मंशा जाहिर की। समाज की ओर से बीजेपी और कांग्रेस जैसी प्रमुख पार्टियों से 10-10 टिकट की मांग रखी है।

  • योगेश सैन

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Sen Jayanti 2022: 27 अप्रैल को मनाई जाएगी सैन जयंती

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संत सेनजी महाराज की जयंती वैशाख कृष्ण द्वादशी को आती है। इस साल यानि वर्ष 2022 में सेन जयंती 27 अप्रैल 2022, बुधवार के दिन है।

नाई समाज के आराध्य संत श्री सैन जी महाराज की जयंती 27 अप्रैल 2022 को धूमधाम से देशभर में मनाई जाएगी।

सैन जयंती के मौके पर आयोजित होने वाले कार्यक्रमों की तैयारियां देशभर में शुरु हो गई है। इस दिन विभिन्न शहरों में सैनजी महारजा की शोभायात्रा, कलश यात्राएं, सम्मान समारोह, रक्तदान शिविर आदि कार्यक्रम आयोजित होंगे। सैन इंडिया की ओर से इन आयोजनों का लगातार कवरेज किया जाएगा।

ऐसे में निवेदन हैं कि सैन जयंती के मौके पर आयोजित होने वाले कार्यक्रमों की सूचना आप हम तक आवश्य पहुंचाएं। इनका प्रकाशन सैन इंडिया डॉट कॉम पर किया जाएगा।

 

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कुलदेवी

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